आप सभी ने कभी न कभी अपने बड़े बुजुर्गो के मुँह से सुना ही होगा ये नाम - नज़र लगना, नज़र दोष , नाराघोषा , बुरु दृष्टि , बुरी नज़र , EVIL EYE आदि आपमें से कुछ लोग तो इसके शिकार भी हुए होंगे . यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के हर देश में किसी न किसी नाम से मौजूद है , हर कोई इसे जानता है। इसे वैज्ञानिक सिद्धांतों ने भी स्वीकार किया है।
असल में हम समझेंगे कि ये है क्या ?
कैसे प्रभाव डालती है ?
और किस हद्द तक नुकसानदायी हो सकती है ?
हमारा मन या मस्तिष्क इतना शक्ति शाली है , की हम जो चाहे अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं . जिस सिद्ध्नात को - LAW OF ATTRACTION नाम से आज दुनिया जानती है. ये एक प्राचीन सिद्धांत है जो दैवीय युग से विद्द्मान है .
नज़र दोष या बुरी दृष्टि क्या है , ये कैसे असर करती है ?
ये एक मनोवैज्ञानिक बात है कि आपकी किसी भी प्रकार की ख़ुशी या सफलता में हमेशा बहुत कम लोग ही खुश होते हैं, वह भी आपके अपने करीबी लोग माता पिता भाई बहिन . अब अगर आप अचानक कोई बहुत बड़ी तरक्की पा जाओ जो की लोगो ने कभी आपसे उम्मीद ही न रखी हो , तो अचानक आपके विरोधियो के मन से एक असहनीय पीड़ा और जलन के रूप में जो नकारात्मक मानसिक एवं दृष्टि ऊर्जा निकलती है उसी को नजर दोष बोलते हैं , नज़र किस पर कितना प्रभाव देगी , या फिर किसकी बुरी नज़र कितनी प्रभावी होगी ये हर इंसान की इच्छा शक्ति का खेल है जो की सभी की अलग अलग होती है .
नज़र कितनी भयानक और शक्तिशाली होती है ?
हमारे शास्त्रों में नजर लगने की बात को बहुत गंभीरता से लिया जाता है। वास्तु शास्त्र भी नजर दोष की अहमियत को नकारता नहीं है। छोटे बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्गों तक के लिए 'नजर लग गई है' जैसे शब्द का प्रयोग किया जाता है। गाय-भैंस के ज्यादा दूध न देने , किसी सुन्दर जानवर , या निर्जीव वस्तु को भी नजर लग सकती है, बच्चों को काला टीका लगाया जाता है,कई बार तो लोग अपने भूख न लगने या व्यापार के घाटे को भी नजर लगने से जोड़ने लगते हैं। अचानक मन विचलित होना , बीमार पड़ना , अचानक से जीवन में नकारात्मक घटनाओं का होने लगने , डरावने सपने और अनुभव आदि सभी घटनाएं नज़र दोष के कारण हो सकती हैं.
यहाँ तक कि मैंने अपने एक दशक से ज्यादा के व्यक्तिगत अनुभव में लोगो को इससे मरते हुए भी देखा है , और हम कई बार परेशानियों के कारण वास्तु एवं कुंडली में ढूंढ़ते रह जाते हैं ...
नज़र दोष को कैसे पहचाने ?
* व्यापार या धंधे में नजर दोष लगा हो तो लाभ नहीं मिलता, आक्समिक हानि का सामना करना पड़ता है। यदि प्रभाव ज्यादा हो तो धंधा चौपट होने की नौबत तक आ सकती है।
* किसी पढाई में अब्बल आने वाले बच्चे का अचानक से फ़ैल होने लगना I
* किसी पहनी हुयी सिद्ध , या शक्तिशाली चीज या चiर्म का टूट जाना i
* किसी बच्चे या जानवर का अचानक से शांत हो जाना , किसी निर्जीव वस्तु का अचानक से नष्ट हो जाना आदि i
नज़र दोष के बारे में सवसे बड़ा भ्रम ...
नज़र दोष के बारे में सवसे बड़ा भ्रम ये है की ये सिर्फ सुन्दर लोग या चीजों को ही लगती है , जबकि इसका रंग रूप या वस्तु से कोई सम्बन्ध नहीं .. ये हर उस चीज को लग सकती है जो देखि जा सके .
नज़र दोष से बचने के उपाय ?
* सवसे बड़ा उपाय यही है की इसको समय रहते पहचाना जाए.
* काली , भैरव , हनुमान के सिद्ध एवं जाग्रत कवच पहनाये जाएँ .
* काली सरसों , पानी , नमक , हरे नारियल , निम्बू के टोटके का उपयोग करे जो हमारी दादी नानी किया करती थी .
* EVIL EYE ब्रेसलेट , पेन्डेन्ट , चार्म्स आदि कई चीजें बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन इनके भरोसे तभी रहे जब ये सिद्ध की गयी हों .
* किसी मन्त्रिक द्वारा झरा लगवाएं .
* हीलिंग सेशंस लें किसी प्रोफेशनल हीलर से .
NOTE - गंभीर स्तिथि होने का इंतज़ार न करें शीघ्र ही किसी प्रोफेशनल से संपर्क करके उसका निदान करवाएं . क्युकी एक सीमा के बाद इंसान के हाथ में कुछ भी नहीं होता .
(( नज़र दोष के लिए झाड़ा लगवाने , सभी तरह के कवच , चार्म्स , ब्रसेल्त , पेन्डेन्ट , हीलिंग सेशंस आदि के लिए हमे संपर्क करें . ))
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